मैं अबरार खान आपका स्वागत करता हूं अपने इस ब्लॉग पर, आपको यहां बहुत ही खूबसूरत शायरियों का कलेक्शन मिलेगा। मैं आशा करता हूं आपको ये शायरियां पसंद आयेगी। अगर आपको मेरी शायरियां अच्छी लगती है तो कमेन्ट करके जरूर बताए धन्यवाद
1. काश यह जालिम जुदाई न होती,
ऐ खुदा तूने यह चीज़ बनायीं न होती,
न हम उनसे मिलते न प्यार होता,
ज़िन्दगी जो अपनी थी वो परायी न होती।
2. कई चेहरे लेकर लोग यहाँ जिया करते हैं ,
हम तो बस एक ही चेहरे से प्यार करते हैं ,
ना छुपाया करो तुम इस चेहरे को,
क्योंकि हम इसे देख के ही जिया करते हैं।
3. तेरे इंतजार में कब से उदास बैठे हैं,
तेरे दीदार में आँखे बिछाये बैठे हैं,
तू एक नज़र हम को देख ले बस,
इस आस में कब से बेकरार बैठे हैं।
4. हाल अपने दिल का, मैं तुम्हें सुना नहीं पाती हूँ,
जो सोचती रहती हूँ हरपल, होंठो तक ला नहीं पाती हूँ,
बेशक बहुत मोहब्बत है, तुम्हारे लिए मेरे इस दिल में,
पर पता नहीं क्यों तुमको, फिर भी मैं बता नहीं पाती हूँ।
5. ये दिल न जाने क्या कर बैठा,
मुझसे बिना पूछे ही फैसला कर बैठा,
इस ज़मीन पर टूटा सितारा भी नहीं गिरता,
और ये पागल चाँद से मोहब्बत कर बैठा।
1. काश यह जालिम जुदाई न होती,
ऐ खुदा तूने यह चीज़ बनायीं न होती,
न हम उनसे मिलते न प्यार होता,
ज़िन्दगी जो अपनी थी वो परायी न होती।
2. कई चेहरे लेकर लोग यहाँ जिया करते हैं ,
हम तो बस एक ही चेहरे से प्यार करते हैं ,
ना छुपाया करो तुम इस चेहरे को,
क्योंकि हम इसे देख के ही जिया करते हैं।
3. तेरे इंतजार में कब से उदास बैठे हैं,
तेरे दीदार में आँखे बिछाये बैठे हैं,
तू एक नज़र हम को देख ले बस,
इस आस में कब से बेकरार बैठे हैं।
4. हाल अपने दिल का, मैं तुम्हें सुना नहीं पाती हूँ,
जो सोचती रहती हूँ हरपल, होंठो तक ला नहीं पाती हूँ,
बेशक बहुत मोहब्बत है, तुम्हारे लिए मेरे इस दिल में,
पर पता नहीं क्यों तुमको, फिर भी मैं बता नहीं पाती हूँ।
5. ये दिल न जाने क्या कर बैठा,
मुझसे बिना पूछे ही फैसला कर बैठा,
इस ज़मीन पर टूटा सितारा भी नहीं गिरता,
और ये पागल चाँद से मोहब्बत कर बैठा।
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