मैं अबरार खान आपका स्वागत करता हूं अपने इस ब्लॉग पर, आपको यहां बहुत ही खूबसूरत शायरियों का कलेक्शन मिलेगा। मैं आशा करता हूं आपको ये शायरियां पसंद आयेगी। अगर आपको मेरी शायरियां अच्छी लगती है तो कमेन्ट करके जरूर बताए धन्यवाद
1. हर पल की दोस्ती का इरादा है आपसे,
अपनापन ही कुछ ज़्यादा है आपसे,
साथ रहेंगे आपके भ्रम भर के लिए,
हमेशा दोस्ती निभाएंगे वादा है आपसे।
2. चाँद की रातों मे सारा जँहा सोता है,
लेकिन किसी की यादों मे कोई बदनसीब रोता हैं,
खुदा किसी को मोहब्बत पे फिदा न करे,
अगर करे तो किसी को जुदा न करें।
3. हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम,
हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम,
अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला,
ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम।
4. खामोशी मे जो सुनोगे वो आवाज मेरी होगी,
जिंदगी भर साथ रहे वो वफा मेरी होगी,
दुनिया हर ख़ुशी तुम्हारी होगी,
क्योंकि इन सबके पीछे दुआ हमारी होगी।
5. मर कर तमन्ना जीने के किसे नही होती,
रो कर खुश होने की तमन्ना किसे नही होती,
कह तो देते हैं जी लेंगे अपनों के बिना,
लेकिन अपनों की तमन्ना किसे नही होती।
1. हर पल की दोस्ती का इरादा है आपसे,
अपनापन ही कुछ ज़्यादा है आपसे,
साथ रहेंगे आपके भ्रम भर के लिए,
हमेशा दोस्ती निभाएंगे वादा है आपसे।
2. चाँद की रातों मे सारा जँहा सोता है,
लेकिन किसी की यादों मे कोई बदनसीब रोता हैं,
खुदा किसी को मोहब्बत पे फिदा न करे,
अगर करे तो किसी को जुदा न करें।
3. हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम,
हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम,
अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला,
ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम।
4. खामोशी मे जो सुनोगे वो आवाज मेरी होगी,
जिंदगी भर साथ रहे वो वफा मेरी होगी,
दुनिया हर ख़ुशी तुम्हारी होगी,
क्योंकि इन सबके पीछे दुआ हमारी होगी।
5. मर कर तमन्ना जीने के किसे नही होती,
रो कर खुश होने की तमन्ना किसे नही होती,
कह तो देते हैं जी लेंगे अपनों के बिना,
लेकिन अपनों की तमन्ना किसे नही होती।
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