मैं अबरार खान आपका स्वागत करता हूं अपने इस ब्लॉग पर, आपको यहां बहुत ही खूबसूरत शायरियों का कलेक्शन मिलेगा। मैं आशा करता हूं आपको ये शायरियां पसंद आयेगी। अगर आपको मेरी शायरियां अच्छी लगती है तो कमेन्ट करके जरूर बताए धन्यवाद।
पलको से आँखो की हिफाजत होती है,
धडकन दिल की अमानत होती है,
ये रिश्ता भी बडा प्यारा होता है,
कभी चाहत तो कभी शिकायत होती है।
तन्हाई मेरे दिल में समाती चली गयी,
किस्मत भी अपना खेल दिखाती चली गयी,
महकती फ़िज़ा की खुशबू में जो देखा तुम को,
बस याद उनकी आई और रुलाती चली गयी।
जिसमे याद ना आए वो तन्हाई किस काम की,
बिगड़े रिश्ते ना बने तो खुदाई किस काम की,
बेशक इंसान को ऊंचाई तक जाना है,
पर जहाँ से अपने ना दिखें वो उँचाई किस काम की।
गुजरे वक्त को भूला देना भी आसान नहीं होता,
ग़मों को हसीं में छुपा लेना भी आसान नहीं होता,
जरूरी नहीं की पूरी हो हर ख्वाहिश लेकिन,
अपनी ख्वाहिश को दबा लेना भी आसान नहीं होता।
कभी रूत ना जाना मुझे मनाना नहीं आता,
कभी दूर ना जाना मुझे पास बुलाना नहीं आता,
अगर तुम भूल जाओ तो वो तुम्हारी मर्जी,
हमें तो भूल जाना भी नहीं आता।
पलको से आँखो की हिफाजत होती है,
धडकन दिल की अमानत होती है,
ये रिश्ता भी बडा प्यारा होता है,
कभी चाहत तो कभी शिकायत होती है।
तन्हाई मेरे दिल में समाती चली गयी,
किस्मत भी अपना खेल दिखाती चली गयी,
महकती फ़िज़ा की खुशबू में जो देखा तुम को,
बस याद उनकी आई और रुलाती चली गयी।
जिसमे याद ना आए वो तन्हाई किस काम की,
बिगड़े रिश्ते ना बने तो खुदाई किस काम की,
बेशक इंसान को ऊंचाई तक जाना है,
पर जहाँ से अपने ना दिखें वो उँचाई किस काम की।
गुजरे वक्त को भूला देना भी आसान नहीं होता,
ग़मों को हसीं में छुपा लेना भी आसान नहीं होता,
जरूरी नहीं की पूरी हो हर ख्वाहिश लेकिन,
अपनी ख्वाहिश को दबा लेना भी आसान नहीं होता।
कभी रूत ना जाना मुझे मनाना नहीं आता,
कभी दूर ना जाना मुझे पास बुलाना नहीं आता,
अगर तुम भूल जाओ तो वो तुम्हारी मर्जी,
हमें तो भूल जाना भी नहीं आता।
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