मैं अबरार खान आपका स्वागत करता हूं अपने इस ब्लॉग पर, आपको यहां बहुत ही खूबसूरत शायरियों का कलेक्शन मिलेगा। मैं आशा करता हूं आपको ये शायरियां पसंद आयेगी। अगर आपको मेरी शायरियां अच्छी लगती है तो कमेन्ट करके जरूर बताए धन्यवाद।
टूट कर बिखर जाते है वो लोग मिट्टी की दीवारों की तरह,
जो खुद से भी ज्यादा किसी और से मुहब्बत किया करते है।
मेरे पलकों में भरे आंसू उन्हें पानी सा लगता है,
हमारा टूट कर चाहना उन्हें नादानी लगता है।
इश्क किया या खता खुदा जाने,
तुम्हारे पास वक्त नहीं और हमारे पास तुम नहीं।
गलतफहमी की गुंजाइश ही नहीं सच्ची मोहब्बत में,
जहां किरदार हल्का हो कहानी डूब ही जाती है।
मायूस और उदास होने के लिए आपकी सारी उम्र पड़ी है,
मुस्कुराते हुए आप एक नजर उठाओ सामने जिंदगी खड़ी है।
हौसला तो तुझ में भी ना था मुझसे जुदा होने का,
वरना काजल तेरी आंखों का यूं ही ना फैला होता।
एक दिन अधूरी रात जरूर होगी,
हम नहीं पर हमारी याद जरूर होगी।
याद करने की हमने हद कर दी मगर,
भूल जाने में तुम भी कमाल रखते हो।
कोशिश ये ही रहती है कि हमसे कभी कोई रूठे न,
मगर नजर अंदाज करने वाले को पलट कर हम भी नहीं देखते।
कुछ इस अदा से निभाना है किरदार मेरा मुझको,
जिन्हें मुहब्बत ना हो वो नफरत भी ना कर सके।
टूट कर बिखर जाते है वो लोग मिट्टी की दीवारों की तरह,
जो खुद से भी ज्यादा किसी और से मुहब्बत किया करते है।
मेरे पलकों में भरे आंसू उन्हें पानी सा लगता है,
हमारा टूट कर चाहना उन्हें नादानी लगता है।
इश्क किया या खता खुदा जाने,
तुम्हारे पास वक्त नहीं और हमारे पास तुम नहीं।
गलतफहमी की गुंजाइश ही नहीं सच्ची मोहब्बत में,
जहां किरदार हल्का हो कहानी डूब ही जाती है।
मायूस और उदास होने के लिए आपकी सारी उम्र पड़ी है,
मुस्कुराते हुए आप एक नजर उठाओ सामने जिंदगी खड़ी है।
हौसला तो तुझ में भी ना था मुझसे जुदा होने का,
वरना काजल तेरी आंखों का यूं ही ना फैला होता।
एक दिन अधूरी रात जरूर होगी,
हम नहीं पर हमारी याद जरूर होगी।
याद करने की हमने हद कर दी मगर,
भूल जाने में तुम भी कमाल रखते हो।
कोशिश ये ही रहती है कि हमसे कभी कोई रूठे न,
मगर नजर अंदाज करने वाले को पलट कर हम भी नहीं देखते।
कुछ इस अदा से निभाना है किरदार मेरा मुझको,
जिन्हें मुहब्बत ना हो वो नफरत भी ना कर सके।
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