हिंदी शायरी : इंसान किसी अपने के द्वारा दिए गये दर्द को बर्दाश्त नहीं कर पाता है

मैं अबरार खान आपका स्वागत करता हूं अपने इस ब्लॉग पर, आपको यहां बहुत ही खूबसूरत शायरियों का कलेक्शन मिलेगा। मैं आशा करता हूं आपको ये शायरियां पसंद आयेगी। अगर आपको मेरी शायरियां अच्छी लगती है तो कमेन्ट करके जरूर बताए धन्यवाद।
Dard shayri
डर मुझे भी लगा फासला देखकर,
पर मैं बढता गया रास्ता देखकर,
खुद बा खुद मेरे नजदीक आती गयी,
मेरी मंजिल, मेरा होसला देखकर।
Dard shayri
लम्हां लम्हां किया इंतजार जिस लम्हें का,
वो लम्हां आया तो भी एक लम्हें के लिए।
सुना है लड़कियों को निहारने से बंदे की उम्र बढ़ जाती है,
मुझे तो डर है की कहीं में अमर ना हो जाऊं।
Dard shayri
मुझे उससे कोई शिकवा नही ना ही गिला है,
मेरे दर्द की अब न ही कोई दवा है,
बहुत आँसू बहाये है उसके लिए,
जिसे खुदा ने मेरे लिये बनाया ही नही है।
Dard shayri
ना जाने कैसा रिश्ता है इस दिल का तुझसे,
ये धड़कना भूल सकता है पर तेरा नाम नहीं।
छोटे से सवाल पर इतनी ख़ामोशी क्यों ऐ जान,
बस यही तो पूछा की भूल गए हो या भुला रहे हो।
Dard shayri
रुलाने तो सब आयेंगे हँसाने कौन आएगा,
कहीं मजबूरियां होंगी कही तन्हाईयाँ होंगी,
तुम्हें हर मोड़ पे रास्ता दिखाने कौन आएगा,
रुलाने तो सब आयेंगे हँसाने कौन आएगा।

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